Varanasi Ganga Arti – बनारस भगवान भोले की नगरी है बनारस एक पुरी भी है बनारस एक पवित्र शहर है बनारस में माँ गंगा है तो बनारस में गंगा आरती भी होती है तो इस पोस्ट में आपको बनारस की गंगा आरती वाराणसी की गंगा आरती के बारे में बतायेंगे जैसे की बनारस में गंगा आरती किस टाइम होती है कौन से घाट पर होती है आदि और भी बहुत कुछ|

बनारस में होने वाली गंगा आरती एक शानदार धार्मिक अनुष्ठान है आरती करने वाले बड़े पंडितो को आरती करते हुये देखना किसी रोमांच से कम नहीं है |

Varanasi Ganga Arti – Banaras Ganga Arti – Kashi Ganga Arti – बनारस की गंगा आरती

उत्तर प्रदेश के शहर वाराणसी में गंगा नदी के तट पर गंगा आरती का आयोजन किया जाता है जो की निसंदेह एक भव्य आयोजन है | भारत में कई शहरों में गंगा आरती होती है कई क्या जिस जिस शहर से गंगा जी निकली है सभी शहरो में गंगा आरती की जाती है |

हरिद्वार , ऋषिकेश की गंगा आरती भी बड़ी भव्य होती है आज हम बात करेंगे बनारस की गंगा आरती के बारे में , बनारस की गंगा आरती देखने सुनने दूर दूर से लोग आते है और यह आरती लगभग 45-50 मिनट की होती है जिसमे आप मंत्रमुग्ध हो जाओगे |

शंखनाद से शुरू होती है यह अलौकिक Varanasi Ganga Arti जिसमे घंटी डमरू ढोल नगाडो की ध्वनी और पुजारियों के हाथ में बड़े बड़े दिये इस आरती की शोभा को और बढ़ा देते है |

काशी की गंगा आरती को शुरू करने से पहले बड़ी तैयारी करनी पड़ती है धोती कुरता गमछा धारण किये पुजारी इसे करते है ये पुजारी गंगा नदी की और मुंह करके गंगा नदी को धन्यवाद करते है शुरुआत होती है जिसमे जलते दियो से धुंवा निकलता है और मंत्रो का उच्चारण भी होता है जब यह आरती शुरू हो जाती है तो यह बड़े बड़े दिये आपको काफी सुन्दर दिखाई देते है |

सम्पूर्ण वातावरण शुद्ध हो जाता है एक सुखद सकारातमक अनुभूति होती है इस गंगा आरती को मै लिख नहीं सकता हूँ यह एक महसूस करने वाली प्रक्रिया है |

बनारस में किन किन घाट पर गंगा आरती होती है – बनारस में गंगा आरती के लिये प्रसिद्ध घाट

वैसे तो बनारस के कई घाट पर माँ गंगा की आरती की जाती है लेकिन अगर हम सबसे भव्य आरती की बात करे तो इसके लिए हम आपको तीन घाट के नाम बताएँगे –

  1. दशाश्वमेध घाट
  2. डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट
  3. असी घाट

दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती के बारे में – Varanasi Ganga Arti at Dashashvmedh Ghat

Dashashvmedh Ghat, Picture credits goes to varanasiguru.com

शहर बनारस में दूर दूर से भारतीय और विदेशी गंगा आरती को देखने आते है और बनारस की गंगा आरती सबसे ज्यादा फेमस दशाश्वमेध घाट की होती है क्यूंकि एक तो यह सबसे पवित्र घाट है ऊपर से यहाँ कई पुजारी मिलकर एक साथ एक भव्य गंगा आरती को करते है |

दशाश्वमेध घाट पर शाम की गंगा आरती ज्यादा प्रसिद्ध है शाम के समय गंगा आरती देखने यहाँ इतने ज्यादा लोग आते है कि ऐसा लगता है कि इस घाट पर कोई मेला लगा हो शाम की गंगा आरती की टाइमिंग की बात करे तो यह गर्मियों में 7 बजे और सर्दियों में 6:30 पर शुरू होती है लेकिन यदि आपको बढ़िया से आरती देखनी हो तो आ यहाँ 6 बजे शाम को हर हाल में आ जाओ और अपनी सीट घेर लो |

आप दशाश्वमेध घाट की आरती को नाव पर बैठकर देखे ज्यादा सही से दिखाई देगा इसके लिए आपको जल्दी आकर एक मामूली शुल्क देकर नाव में अपनी जगह बनानी होगी , दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती सबसे खास है इसे आपको जरूर देखना चाहिए |

डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट की गंगा आरती – Banaras Ganga Arti at DR Rajendra Prasad Ghat

DR Rajendra Prasad Ghat

दशाश्वमेध घाट के समीप ही डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट है और इस घाट पर भी माँ गंगा की आरती की जाती है यह भी दशाश्वमेध घाट की तरह ही होती है बस शायद इसमें दो पुजारी कम होते है टाइमिंग भी वही है तरीका भी वही है तो आप डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट की गंगा आरती भी देख सकते है |

असी घाट की गंगा आरती – Kashi Ganga Arti at Asi Ghat

Asi Ghat

असी घाट भी बनारस का एक प्रमुख घाट है यहाँ और यहाँ की गंगा आरती भी बड़ी भव्य होती है यहाँ शाम और सुबह दोनो ही आरती प्रसिद्ध है यदि आप सुबह उठने वालो में से है तो आप असी घाट पर सुबह 5 बजे आकर गंगा आरती और सुबह ऐ बनारस कार्यक्रम में जरूर शामिल है इस घाट पर जगह बहुत ज्यादा है तो आपको नाव में बैठकर आरती देखने की जरूर यहाँ नहीं पड़ती है |

असी घाट पर यदि आप जल्दी आ जाते है तो आपको कुर्सी पर बैठकर आरती देखने का मौका मिल सकता है वरना कही भी खड़े होकर या घाट पर बैठकर इस दिव्य Varanasi Ganga Arti में आप शामिल हो सकते है |

Timings of Varanasi Ganga Arti – बनारस की गंगा आरती की टाइमिंग

गर्मियों में शाम 7 बजे और सर्दियों में शाम 6:30 बजे यह आरती 45 मिनट तक चलती है यदि सुबह की गंगा आरती की बात करे तो सुबह यही लगभग 5 बजे से आरती की तैयारी शुरू हो जाती है सुबह की आरती आप असी घाट पर देखे |

बनारस की गंगा आरती देखने का तरीका – Tips for Banaras Ganga Arti

देखिये बनारस में शाम की आरती ज्यादा प्रसिद्ध है यह आरती 7 बजे से शुरू होती है तो शाम 5 बजे से मुख्य मुख्य घाट जैसे दशाश्वमेध घाट , डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट और असी घाट पर पर्यटक श्रद्धालु आरती हेतु आना शुरू हो जाते है |

तो अब काम की बात आप भी यदि शाम की गंगा आरती में शामिल होना चाहते है तो हर हाल में शाम 5:30 तक घाट पर आ जाये और अपनी जगह सुनिश्चित कर ले इससे फायदा यह होगा की आप सामने बैठ सकते है क्यूंकि ज्यादा भीड़ होने की वजह से पीछे से आरती बढ़िया दिखाई नहीं देती है |

यह महा आरती देखने के लिये घाट पर आपको कुछ दुकान या होटल वाले अपनी बालकनी में जगह देते है और सबसे बेस्ट होता है आप गंगा नदी में नाव पर बैठकर गंगा आरती देखे जिसके लिए आपको जल्दी आकर नाव में जगह लेनी होगी जिसका थोडा सा शुल्क पड़ेगा जो 50 रूपये प्रति व्यक्ति हो सकता है |

किसी बालकनी से भी गंगा आरती का एक सुखद अनुभव रहता है क्यूंकि बालकनी में भीड़ नहीं होती बालकनी कहाँ मिलेगी इसके लिए आप घाट पर आकर लोकल लोगो से जानकारी ले ले |

काशी की गंगा आरती में बहुत ही ज्यादा अगरबत्ती धुपबाती जलाई जाती है जो दिए जलते है उनमें एक बड़ी आग होती है और यह दिये काफी भारी होते है जब गंगा आरती हो जाती है तो अनगिनत छोटे छोटे दियो से सभी आरती लेते है और गंगा नदी में भी जलता दीपक प्रवाहित करते है , नदी में इन जलते हुये दियो को देखना भी एक सुखद एह्सास है |

Varanasi Ganga Arti से सम्बन्धित प्रश्न

प्रश्न – बनारस की गंगा आरती कितने बजे से होती है ?

शाम में गर्मियों में 7 बजे और सर्दियों में 6:30 बजे |

प्रश्न – वाराणसी की गंगा आरती सबसे ज्यादा किस घाट की प्रसिद्ध है ?

दशाश्वमेध घाट

प्रश्न – Varanasi Ganga Arti kin kin ghat par hoti hai ?

Dashashvmedh Ghat , Asi Ghat, Dr Rajendra Prasad Ghat

प्रश्न – Banaras Ganga Arti kaise dekhe ?

aap shaam 6 baje ghat par akar kisi nav me baithkar ganga arti dekhe .

कुल मिलाकर आप बोल सकते है कि बनारस में होने वाली गंगा आरती का यह आयोजन बहुत ही ज्यादा भव्य और धार्मिक होता है , Varanasi Ganga Arti की पोस्ट में हमने आपको बनारस की गंगा आरती के बारे में बताया पोस्ट पसंद आई हो तो शेयर जरूर करे |

By JP Dhabhai

Hi, My name is JP Dhabhai and I live in Reengus, a small town in the Sikar district. I am a small construction business owner and I provide my construction services to many companies. I love traveling solo and with my friends. You can say it is my hobby and passion.

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