मनाली हिमाचल में सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक,यहाँ वर्ष के अधिकांश हिस्सों में पीर पंजाल और धौलाधार पर्वतमाला के सबसे शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। यह भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य का एक शहर है। यह शहर कुल्लू जिले में स्थित है, जो राज्य की राजधानी शिमला से लगभग 270 किलोमीटर (170 मील) उत्तर में और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से 544 किलोमीटर (338 मील) उत्तर पूर्व में स्थित है। इस शहर का नाम मनु के नाम पर पड़ा है। मनाली शब्द का शाब्दिक अर्थ "मनु का निवास-स्थान" होता है। यहाँ साल भर आकर्षक रहता है। यहाँ का मौसम जाड़े में प्रबल रूप से ठंडा और गर्मी के दिनों में हल्का ठंडा रहता है। तापक्रम की सीमा वर्ष भर 4 °से. (39 °फ़ै) से 20 °से. (68 °फ़ै) रहती हैं। गर्मी के दिनों में औसत तापमान 04 °से. (39 °फ़ै) और 15 °से. (59 °फ़ै), तथा जाड़े के दिनों में −15 °से. (5 °फ़ै) से 05 °से. (41 °फ़ै) के बीच रहता है। प्राकृतिक मनोरम दृश्यों से परिपूर्ण यहाँ भारत में सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगहों में से एक है। यह अपने चारो तरफ बाफिली चोटियों और देवदार के वृक्षों से घिरा हुआ है जो एक बेहतरीन नज़रा प्रदर्शित करती है। यहाँ की इसी प्राकृतिक सौंदर्य को देखने लोग देश-विदेश से हर साल अपनी छुट्टियां मनाने आते है। यहां आप रोमांच से भरी स्कीइंग, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, कैंपिंग इत्यादि activities कर सकते हैं। मनाली सर्दियों और गर्मियों दोनो ही मौसम के लिए Best हैं सर्दियों के मौसम में आप मनाली में snow falls का आनंद ले सकते हैं और गर्मियों में यहां का मौसम काफी सुहावना होने के कारण कैंपिंग, फिशिंग और राफ्टिंग का लुफ्त उठा सकते है। मनाली में फोटोग्राफी के लिए दोनो ही मौसम बेस्ट है।
भीड़ भाड़ से अलग खामोशी के नज़दीक हूँ मैं, यहीं ठीक हूँ।
मुख्य आकर्षण हिडिम्बा मंदिर समुद्र तल से 1533 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह मंदिर धूंगरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर यहां की स्थानीय देवी हिडिम्बा को समर्पित है। हिडिम्बा महाभारत में वर्णित भीम की पत्नी थी। मई के महीने में यहां एक उत्सव मनाया जाता है। महाराज बहादुर सिंह ने यह मंदिर 1553 ई. में बनवाया था। लकड़ी से निर्मित यह मंदिर पैगोड़ा शैली में बना है। वशिष्ठ कुण्ड यहाँ से 3 किलोमीटर दूर वशिष्ठ स्थित है। प्राचीन पत्थरों से बने मंदिरों का यह जोड़ा एक दूसरे के विपरीत दिशा में है। एक मंदिर भगवान राम को और दूसरा संत वशिष्ठ को समर्पित है। मणिकरण समुद्र तल से 1700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मणिकरण गर्म पानी का झरना है। कहा जाता है शिव की पत्नी पार्वती के कर्णफूल यहां खो गए थे। उसके बाद से इस झरने का जल गर्म हो गया। हजारों लोग यहां के जल में पवित्र डुबकी लगाने दूर-दूर से आते हैं। यहां का पानी इतना गर्म है कि इसमें चावल, दाल और सब्जियों को उबाला जा सकता है। बौद्ध मठ यहाँ के बौद्ध मठ बहुत लोकप्रिय हैं। कुल्लू घाटी के सर्वाधिक बौद्ध शरणार्थी यहां बसे हुए हैं। यहां का गोधन थेकचोकलिंग मठ काफी प्रसिद्ध है। 1969 में इस मठ को तिब्बती शरणार्थियों ने बनवाया था। रोहतांग दर्रा यहाँ से 50 किलोमीटर दूर समुद्र तल से 4111 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा साहसिक पर्यटकों को बहुत रास आता है। दर्रे के पश्चिम में दसोहर नामक एक खूबसूरत झील है। गर्मियों के दिनों में भी यह स्थान काफी ठंडा रहता है। जून से नवंबर के बीच लाहौल घाटी से यहां पहुंचा जा सकता है। यहां से कुछ दूरी पर सोनपानी ग्लेशियर है। व्यास कुंड यह कुंड पवित्र व्यास नदी का जल स्रोत है। व्यास नदी में झरने के समान यहां से पानी बहता है। यहां का पानी एकदम साफ और इतना ठंडा होता है कि उंगलियों को सुन्न कर देता है। इसके चारों ओर पत्थर ही पत्थर हैं और वनस्पतियां बहुत कम हैं। ओल्ड मनाली यहाँ से 3 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में ओल्ड मनाली है जो बगीचों और प्राचीन गेस्टहाउसों के लिए काफी प्रसिद्ध है। मनालीगढ़ नामक क्षतिग्रस्त किला भी यहां देखा जा सकता है। सोलंग नाला यहाँ से 13 किमी की दूरी पर स्थित सोलंग नुल्लाह 300 मीटर की स्की लिफ्ट के लिए लोकप्रिय है। इस खूबसूरत स्थान से ग्लेशियर और बर्फ से ढकी पहाड़ों की चोटियों के मनोहर नजारे देखे जा सकते हैं। नजदीक ही मनाली की प्रारंभिक राजधानी जगतसुख भी देखने योग्य जगह है। मनु मंदिर ओल्ड मनाली में स्थित मनु मंदिर महर्षि मनु को समर्पित है। यहां आकर उन्होंने ध्यान लगाया था। मंदिर तक पहुंचने का मार्ग दुरूह और रपटीला है। अर्जुन गुफा कहा जाता है महाभारत के अर्जुन ने यहां तपस्या की थी। इसी स्थान पर इन्द्रदेव ने उन्हें पशुपति अस्त्र प्रदान किया था मनाली कैसे पहुंचे?
BY AIR - यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा भुंतर हवाई अड्डा या कुल्लू मनाली हवाई अड्डा है। यह मुख्य शहर से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है। भुंतर का यह हवाई अड्डा दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे महत्वपूर्ण भारतीय शहरों के लिए नियमित उड़ानों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे के बाहर से, निजी टैक्सियाँ उपलब्ध हैं। BY RAIL - यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिन्द्रनगर रेलवे स्टेशन है, जो यहाँ से 143 किमी की दूरी पर स्थित है। यह रेलहेड मनाली को भारत के महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ता है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन (314 किमी) और अंबाला कैंट जंक्शन (342 किमी) दो अन्य निकटतम रेलवे स्टेशन हैं, जो यहाँ को भारत के अन्य स्थानों से ट्रेन द्वारा जोड़ते हैं। टैक्सी और बसें पहाड़ी शहर को रेलवे स्टेशनों से उपलब्ध कराती हैं। BY ROAD - यहाँ का बहुत लोकप्रिय हिल स्टेशन भारत के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों जैसे दिल्ली, लेह, कुल्लू, धर्मशाला, चंडीगढ़, अंबाला, देहरादून और शिमला से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निजी टैक्सियों/कैबों के अलावा, निजी और सरकारी बसें यहाँ के लिए नियमित रूप से चलती हैं। वातानुकूलित और नियमित दोनों बस सेवाएं हैं।