These are the 5 ashrams of India, where you will not have to pay a single penny to stay, food and drink will be available for free
यात्रा का मतलब हम सबके लिए लक्जरी होटलों में रहना, खाना और सुंदर जगहों पर घूमना होता है। लेकिन कुछ यात्री ऐसे होते हैं, जो यात्रा के दौरान सादगी, आध्यात्मिकता और उदारता पर ध्यान देते हैं। अगर आप ऐसा कुछ अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं, तो आश्रम से अच्छी जगह और कोई नहीं है। यहां हमें संयमी जीवन जीने और जीवन को एक नया उद्देश्य देने में मदद मिल सकती है। भारत में ऐसे कई आश्रम हैं, जो ऐसी जगहों पर स्थित हैं, जो वास्तव में हैरान कर देने वाली हैं। वैसे ज्यादातर आश्रम आपको पहाड़ों या फिर समुद्र तटों के पास देखने को मिलेंगे। इनमें से कुछ आश्रमों में कुछ शर्तों और प्रतिबंधों के साथ मुफ्त में ठहरने की सुविधा है। तो आइए जानते हैं भारत के उन आश्रमों के बारे में जहां प्राकृतिक वैभव का आनंद लेने के साथ ठहरने के लिए आपको कोई भी कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी।
गीता भवन, ऋषिकेश – Geeta Bhawan, Rishikesh
ऋषिकेश एक बहुत ही सुंदर जगह है। यहां कई आश्रम हैं। नदी के किनारे स्थित गीता भवन में लोगों के ठहरने की अच्छी व्यवस्था है। इस आश्रम में 1000 से ज्यादा कमरे हैं और यहां रूकने के लिए आपको कोई भी पैसा नहीं देना। आश्रम में लक्ष्मी नारायण मंदिर, एक आयुर्वेदिक विभाग और एक लाइब्रेरी है। यहां आने वाले मेहमान शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं।
आनंदाश्रम, केरल – Anandashram, Kerala
आनंदाश्रम केरल की हरी-भरी हरियाली के बीच एक बहुत ही सुुंदर आश्रम है। यहां आकर आप वास्तव में एक अलग ही शांति का अनुभव करेंगे। यहां आप पक्षियों की चहचहाहट सुन सकते हैं। सबसे अच्छी बात है कि यहां आपको एकदम घर जैसा कम मसाले वाला भोजन खाने को मिलेगा। वो भी बिना कोई कीमत चुकाए । यह आश्रम पूरी तरह से देहाती शैली में बना हुआ है। चारों तरफ प्रकृति से घिरा होने के कारण पर्यटक यहां आकर सुकून पाते हैं।
भारत हेरिटेज सर्विसेज, ऋषिकेश – Bharat Heritage Services, Rishikesh
ऋषिकेश में बसे इस आश्रम की अपनी अलग कहानी है। यह आश्रम और संस्थान स्वस्थ जीवनशैली के लिए शरीर और मन के उपचार के लिए कोर्स उपलब्ध कराता है। स्वयंसेवी कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर कोई भी यहां मुफ्ते में ठहरने की सुविधा का लाभ ले सकता है। यहां आपको विदेश से आए लोगों के बीच रहने और उनसे बातचीत करने का मौका भी मिलेगा। अच्छी बात यह है कि आश्रम स्वयंसेवी गतिविधियों में भाग लेने वालों को सम्मान प्रमाण पत्र भी प्रदान करता है।
ईशा फाउंडेशन, कोयंबटूर – Isha Foundation, Coimbatore
अक्सर आपने तस्वीरों में काले रंग के पत्थर की शिवजी की विशाल मूर्ति देखी होगी। दरअसल, मूर्ति स्थापित है कोयंबट्टर के ईशा फाउंडेशन में। वेल्लियांगिरी पहाड़ों से घिरा यह सद्गुरू का आध्यात्मिक केंद्र है। इसके बैकग्राउंड को कभी आप ध्यान से देखें, तो आपको प्राचीन पहाड़ों के साथ आदियोगी शिव की विशाल मूर्ति देखने को मिलेगी। आश्रम के डारेमेट्री में स्वयंसेवी कार्यक्रमों में भाग लेने वालों के लिए फ्री में रहने की सुविधा है।
श्री रामनाश्रामम , तमिलनाडु – Sri Ramanasramam, Tamil Nadu
तिरूवन्नामलाई की पहाड़ियों में स्थित इस आश्रम में श्री भगवान का विशाल मंदिर है। आश्रम में एक बहुत बड़ा बगीचा और एक लाइब्रेरी है। श्री भगवान के भक्तों को यहां ठहरने के लिए कोई किराया नहीं देना पड़ता। फायदे की बात यह है कि यहां आप शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं। उन्हें अपनी यात्रा से कम से कम छह सप्ताह पहले यहां ठहरने के लिए बुकिंग करानी होती है।